PITRU PAKSH ME KYA KARE | PITRU DOSH DUR KAISE KARE | पितृ पक्ष में वर्जित कार्य | पितृ दोष दूर करने के सरल उपाय

PITRU PAKSH ME KYA KARE : श्राद्ध पक्ष शुरू हो चुके है और लोगो के मन में कुछ संशय अवश्य रहता है। ऐसे ही संशय में एक है पितृ दोष कैसे दूर करे हालाँकि इसके लिए योग्य ब्राहमण से श्राद्ध कर्म करवा कर उपाय किया जा सकता है फिर भी हम कुछ सरल उपाय यहाँ बता रहे है जिन्हें करके भी पितृ सोश निवारण कर सकते है। इसके अलावा संशय रहता है की श्राद्ध पक्ष में क्या करें और क्या न करें जिससे उनके पितृ प्रसन्न रहे। कुछ ऐसे विशेष कार्य जैसे कटिंग कराये या नहीं, घर में देव पूजा करे या पितृ पूजा या ऐसे कौन से कार्य जिनसे दुरी रखी जाए। ऐसे ही कुछ सवालो के जबाब के साथ हम लेकर आये है आज का अपना लेख:

पितृ दोष :

PITRU PAKSH ME KYA KARE : कई बार ऐसा होता है की पितृ दोष के कारण मनुष्य को कई प्रकार की तकलीफे उठानी पड़ती है। मानसिक परेशानियाँ अथवा हर कार्य में तकलीफ आना, अथवा लगातार परेशानी आना। इसके निवारण के लिए बहुत से कार्य किये जाते है, इनमे से कई प्रकार के इलाज हम यहाँ आपके लिए लेकर आये है । ये ऐसे सहज और सरल उपाय है जिनको कोई भी कर सकता है ।तो आइये जानते है पितृ दोष निवारण के लिए क्या किया जाए:

पितृ दोष दूर करने के उपाय :

  • जिसे भी ज्ञात हो वह अपने पूर्वजों से क्षमा याचन करे और खुद से अज्ञानतावस हुई किसी भी भूल के लिए मन में कृतज्ञता भावना रख कर माफ़ी मांगे। पितृ इतना कर लेने से ही प्रसन्न हो जाते है ।
  • पितृ पक्ष की अमावस्या को खीर बनाये जो की पितरो को अत्यंत प्रिय होती है यह खीर पितृ को अर्पित करने से वे प्रसन्न होते है । उसी दिन गाय को चारा खिलाये।
  • सोमवती अमावस्या को पितृ दोष से पीड़ित व्यक्ति जनेऊ, कोई भी मिठाई, और जल में थोडा शहद मिलकर मीठा कर चढ़ाये। उसके बाद क्षमा प्रार्थना करे और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मन्त्र का जाप करे (स्वयं भी जनेऊ अवश्य धारण करे) ।
PITRU PAKSH ME KYA KARE
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श्राद्ध पक्ष क्या करें और क्या न करें:

PITRU PAKSH ME KYA KARE : श्राद्ध पक्ष शुरू हो चुके है और लोगो के मन में कुछ संशय अवश्य रहता है की श्राद्ध पक्ष क्या करें और क्या न करें जिससे उनके पितृ प्रसन्न रहे । कुछ ऐसे विशेष कार्य जैसे कटिंग कराये या नहीं, घर में देव पूजा करे या पितृ पूजा या ऐसे कौन से कार्य जिनसे दुरी रखी जाए। ऐसे ही कुछ सवालो के जबाब :

  • श्राद्ध के दिन सवेंरे जल्दी उठकर, पितृ कर्म करके ब्राह्मण को भोजन और दक्षिणा देकर श्रद्धापूर्वक श्राद्ध करना चाहिए।
  • नया सामान खरीदने से बचे जैसे बर्तन, नया इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, कपडे इत्यादि।
  • जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष पितृ दोष निवारण पूजा के करनी चाहिए अथवा इस लेख में दिए गये उपाय करने चाहिए ।
  • जहाँ तक संभव हो ब्राह्मण को बुलाकर कर्म कांड कराये जिसे कोई त्रुटी ना रहे, उसके बाद उसी ब्राहमण को भोजन, दक्षिणा इत्यादि देकर प्रसन्न मन से विदा करे, ध्यान रहे! ब्राहमण से कर्म काण्ड करते समय घर में कोई क्रोध भाव में ना रहे ।
  • पितृ कर्म के उपरांत गाय,कौवे,कुत्ते और चींटियों को भोजन अवश्य खिलाये और ये आदत तो दैनिक दिनचर्या में भी होनी चाहिए ।
  • किसी भी मांगलिक कार्य के लिए पितृ पक्ष का समय कदापि न रखे जैसे घर प्रवेश, दुकान महूर्त, नई खरीददारी या कोई सगाई ।
  • श्राद्ध में सात्विक भाव रखना चाहिए, सात्विक कार्य होने चाहिए। क्रोद्ध करना, घर में बच्चो को बिना कारन डांटना, घर में या बाहर बुजुर्ग का अपमान करना आदि तामसिक कार्य कहलाते है, इनसे दुरी रखे। (PITRU PAKSH ME KYA KARE)
  • सात्विक कार्य के साथ भोजन भी सात्विक रखे, इन दिनों में नॉन वेज को ना छुए, प्याज,लहसुन,अंडा, शराब इत्यादि  वर्जित होता है ।
  • भोजन में कभी लौकी, मसूर, पिली सरसों, चना, बेंगन, कुम्हड़ा इत्यादि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
  • जहा तक संभव हो बाल कटवाने और शेविंग करने से बचना चाहिए।
  • रात्रि में कभी भी श्राद्ध कार्य नहीं करना चाहिए, ये समय राक्षसी समय माना गया है ।
  • श्राद्ध करते समय संभव हो तो सिर्फ परिवार जन ही उपस्थित रहे ।
  • श्राद्ध कभी दुसरो के घर पर जाकर ना करे
  • श्राद्ध करते समय तर्पण दोनों हाथ से देना चाहिए ।
  • ब्राहमण को भोजन करते समय दोनों हाथो से भोजन परोसे ।
  • श्राद्ध कर्म में काले तिल का उपयोग करे, सफ़ेद तिल वर्जित माने जाते है ।
  • श्राद्ध कर्म के पश्चात् बचे हुए काले तिलों को अपने घर में बिखेर देने चाहिए ।

कुछ प्रश्नों के उत्तर : (PITRU PAKSH ME KYA KARE )

Que: पितृ पक्ष क्यों किया जाता है?

Ans: पितृ पक्ष में किए गए कार्यों से हमारे पितरो को शांति प्राप्त होती है तथा श्राद्धकर्ता को पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है। श्रद्धा पूर्वक किये गये श्राद्ध कर्म से पितृ प्रसन्न होते है । गरुड़ पुराण में वर्णित है की पितृ पूजा करने से मनुष्य को सभी सांसारिक सुख मिलते है ।

Que: श्राद्ध पक्ष में कौन कौन से काम नहीं करने चाहिए?

Ans: श्राद्ध पक्ष में सभी तामसिक कार्यो से दुरी रखनी चाहिए जैसे क्रोध करना, किसी को ठेस पहुचाना अथवा तामसिक भोजन नहीं करने चाहिए ।

Que: पितृ पक्ष में कौन सा काम करना चाहिए?

Ans: सभी वही कार्य जिनसे पितृ प्रसन्न हो, सात्विक कार्य जैसे गाय, कौवों, कुत्तो, किट-पतंगो को भोजन करना इत्यादि के अलावा सभी को प्रसन रखना चाहिए ।

Que: क्या पितृ पक्ष में घर में पूजा करनी चाहिए?

Ans: देवताओं की पूजा हमेशा के जैसे ही होनी चाहिए । मांगलिक कार्य वर्जित है पूजा इत्यादि रोज की तरह किये जाने चाहिए ।

Que: क्या हम पितृ पक्ष में नई चीजें शुरू कर सकते हैं?

Ans: नई चीजे नहीं खरीदनी चाहिए लेकिन जिन्हें श्राद्ध कर्म में उपयोग में लाने का सामान खरीद सकते है ।

Que: श्राद्ध पक्ष में कौन सी सब्जी नहीं बनानी चाहिए?

Ans: श्राद्ध के भोजन में कभी प्याज, लहसुन, लौकी, मसूर, पिली सरसों, चना, बेंगन, कुम्हड़ा इत्यादि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

Que: श्राद्ध में वर्जित कार्य कौन कौन से हैं?

Ans: व्यक्ति को कर्म से एवम व्यवहार से सात्विक जीवन जीना चाहिए । सभी तामसिक कार्य वर्जित किये गये है ।

Que: क्या हम पितृ पक्ष में गाड़ी बुक कर सकते हैं?

Ans: गाड़ी खरीदना भी एक शुभ कार्य है, इसलिए नहीं खरीदना चाहिए ।

Que: पितृ दोष से बचने के लिए क्या करना चाहिए?

Ans: हमेशा श्राद्ध पक्ष में सात्विक कार्य करे और ऊपर दिए गये कार्य की पालना करे ।

Que: पितृ पक्ष के दौरान हमें क्या नहीं करना चाहिए?

Ans: कोई ऐसा कार्य ना करे जो तामसिक श्रेणी में आता हो ।

Que: पितृ पक्ष कैसे करना चाहिए?

Ans: पितृ पक्ष में जहाँ तक संभव हो श्राद्ध के दिन जल्दी उठकर श्राद्ध कर्म करके, गौ सेवा और जरुरत मंदों की मदद करनी चाहिए ।

जहाँ तक संभव है हमने आज अपने इस लेख PITRU PAKSH ME KYA KARE में श्राद्ध सम्बंधित प्रश्नों के उत्तर देने की चेष्टा की है। मूल रूप से हमारा कहना है की सनातन धन में हर कार्य के पीछे कोई न कोई विज्ञानं अवश्य होता है । पितृ पक्ष से भी हमें सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है और इसे हमें श्राद्ध पक्ष के अलावा भी पुरे वर्ष भर अपनाना चाहिए ।

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