DENGUE SYMPTOMS AND TREATMENT | डेंगू के लक्षण, डेंगू होने पर क्या करे ? प्लेटलेट्स कैसे बढ़ाये ?

DENGUE SYMPTOMS AND TREATMENT : देश के कई राज्यों में इस समय डेंगू का प्रकोप काफी हद तक बढ़ा हुआ है, बारिश के मौसम के बाद मौसमी बीमारियाँ फैलने की सम्भावना बढ़ जाती है और अभी हाल ही में बारिश के मौसम के बाद मौसम परिवर्तन के बाद डेंगू बुखार कई इलाको में फैला है। राज्य और केंद्र सरकार की तरफ से इसके लिए लगातार कोशिश की जाती है, परन्तु इससे घबराये बिना हमें भी इसके बारे में हर प्रकार की जानकारी होनी चाहिए, जिससे हम इसके लक्षणों को जानकार इसके रोकथाम में अपना योगदान दे सके। तो आइये जानते है VIRAL NEWS CLUB के इस लेख में डेंगू के बारे जानकारी  : 

DENGUE SYMPTOMS AND TREATMENT
DENGUE SYMPTOMS AND TREATMENT

डेंगू के लक्षण क्या होते है : (Dengue Symptoms)

DENGUE SYMPTOMS AND TREATMENT : डेंगू के निम्नलिखित संकेतों को कभी नजरंदाज न करे, ऐसे लक्षण नजर आने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह ले:

  • तेज बुखार होना
  • बार बार उल्टी होना या जी मिचलाना
  • पेट दर्द होना
  • जॉइंट्स में दर्द होना
  • मसल्स या हड्डियों में दर्द होना
  • रेशेज यानी त्वचा के निचे खून का बहाव दिखना
  • पेट दर्द
  • अत्यधिक कमजोरी से खड़े होने या चलने में परेशानी

प्लेटलेट्स क्या है ? (WHAT IS PLATELETS)

DENGUE SYMPTOMS AND TREATMENT : डेंगू रोग में रोगी के ब्लड प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं जो की ज्यादा कम होने से जान के लिए खतरा साबित होते है। यह रक्त का एक भाग है जो खून का थक्का बनाने में सहायक हैं। कोई चोट लगने पर होने वाले रक्तस्त्राव को ये रोकती हैं। जरुरी है की शरीर में इनकी पर्याप्त संख्या रहे ।

 

स्वस्थ शरीर में प्लेटलेट्स कितनी होनी चाहिए ? (PLATELETS COUNT IN BODY)

ये माना जाता है की स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 1.5 से 4.5 लाख प्लेटलेट्स प्रति माइक्रो-लीटर ब्लड में होती हैं। ये संख्या अगर 20000 से कम हो जाये तो  खतरे का संकेत होता है।

प्लेटलेट काउंट कम होने के लक्षण :

  • मसूड़ों से ब्लीडिंग होना।
  • स्किन पर लाल रंग के रेशेज नजर आने लगना ।
  • मूत्र त्यागने के दौरान गहरे भूरे रंग का थक्का निकलना ।
dengue platelets count
dengue platelets count

 

किन रोगों में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती हैं ?

डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टायफस, टायफॉइड जैसे रोगों में और इसके अलावा माना गया है की नियमित रूप से दर्दनिवारक दवाएं सेवन करने से भी ये घटने लगती हैं।

प्लेटलेट्स की संख्या कम होने की स्थिति में क्या करना चाहिए ?

प्लेटलेट्स की संख्या कम होने की स्थिति में तुरंत अच्छे से चिकित्सक से संपर्क करे अथवा अस्पताल में भर्ती कर सलाह ले। डॉक्टर जांच करके रोगी से मिलते ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति के रक्त से जरूरत अनुसार प्लेटलेट्स निकालकर उसे चढ़ाते हैं।

प्लेटलेट्स कम होने का मतलब ?

DENGUE SYMPTOMS AND TREATMENT : प्लेटलेट्स छोटी रक्त कोशिकाएं होती हैं, जो रेड और वाइड ब्लेड सेल की तरह खासतौर पर बोनमैरो में पाई जाती हैं। मोटे तौर पर ये समझे की प्लेटलेट्स की कमी इस बात का संकेत है कि शरीर के खून में बीमारियों से लड़ने की ताकत कम हो रही है। प्लेटलेट्स कम होने की इस स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति में सामान्य प्लेटलेट काउंट 1.5 लाख प्रति माइक्रोलीटर से नीचे चला जाये तो इसे लो प्लेटलेट माना जाता है। जिसके लक्षणों में चोट ठीक नहीं होना, घाव से खून का बहना न रुकना या मसूढ़ों, नाक से बार बार खून आना होते है।

dengue blood test
dengue blood test

प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने के उपाय – (How to Increase Platelet Count)

DENGUE SYMPTOMS AND TREATMENT : प्लेटलेट काउंट हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण होती है। कई कारणों से प्लेटलेट्स की संख्या जरुरत से कम हो जाती है, इस स्थिति को थ्रॉम्बोसाइटोपीनिया कहा जाता है। इन प्लेटलेट्स की संख्या को प्राकृतिक तरीकों से भी बढ़ाया जा सकता है। निचे दिए गये तरीको को इसके लिए आप उपयोग में ला सकते है :

प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने के उपाय
प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने के उपाय

 

1. पपीते के पत्तों का जूस : (PAPITE KE PATE KA RAS)

पपीते के पतों को सबसे कारगर इलाज में एक माना गया है. डेंगू से लड़ने में पपीते की पत्तिया बहुत ही ज़्यादा प्रभावशाली मानी गयी हैं। यह ब्लड में तेज़ी के साथ गिर रहे प्लेट्स को फिर तेजी से बढ़ाने में सहायक होती है। इसे ज्यादा मात्रा में न देकर थोडा थोडा (1 या 2 बड़ा चम्मच) दिया जाता है, और ये काफी होता है। पपीते की पत्तियो में शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं।

2. चुकंदर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर:

अपने खाने में अलग अलग तरीको से चुकंदर को शामिल करे, प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए चुकंदर प्रभावी होता है।

3. आंवला का नियमित सेवन :

आंवले को प्लेटलेट्स बढ़ाने के बेहद पुराने उपचारों में गिना जाता है। आयुर्वेद में आंवला को अमृत मन गया है, आंवले में मौजूद विटामिन-सी शरीर में प्लेटलेट्स का उत्पादन को बढ़ाता है, अन्य मुख्य फायदों में आंवला शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढाता है। नियमित रूप से आहार में किसी भी तरह आंवला शामिल करे रोजाना 3 से 4 आंवला खाए .आंवला का जूस भी सेवन कर सकते है। ये भी प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार है।

4. कीवी:

कीवी भी प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करती है। कीवी को नाश्ते व खाने में शामिल करे।

5. गाजर:

गाजर का नियमित सेवन काफी असरदार होता है । गाजर का सेवन प्लेटलेट्स बढ़ाने में बेहद मददगार होता हैं। इसके जूस का सेवन भी करे .

6. नारियल पानी:

नारियल पानी में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स प्लेटलेट्स बढ़ाने में बेहद मददगार होते हैं। और इसके अन्य बहुत से फायदे भी है।

7. बकरी का दूध

जी हाँ बकरी का दूध भी प्लेटलेट्स बढ़ाता है। इसका सेवन वैसे बहुत ही कम मात्रा में किया जाता है!

इसके अलावा डॉक्टर के परामर्श से दवाई सबसे पहले ले। बाजार में प्लेट्स बढ़ाने में सहायक काफी दवाईयां उपलब्ध हैं, जो चिकित्सक की सलाह से ले सकते है ।

नोट: यह लेख एकत्रित जानकारियों के आधार पर पाठकों की जानकारी और उनकी जानकारी हेतु तैयार किया गया है, बताये गये उपायों से निश्चित फायदे मिलते है फिर भी हमारी सलाह है की चिकित्सक से सलाह लेकर रोग का ईलाज करे . VIRAL NEWS CLUB इन जानकारियों का किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है।

 

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