TOP BUSINESS LOAN FOR WOMEN : केंद्र सरकार के अथक प्रयासों और लगातार किये जा रहे प्रयासों से भारत में महिलाओ की व्यवसाय में भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है, यह रिपोर्ट है Bain & Company (Google) की जिसके अनुसार पिछले कुछ सालो में ये भागीदारी 14 से 20% हो गई है। निश्चित तौर पर यह भागीदारी अब और भी बढ़ गई होगी क्योंकि केंद्र सरकार ने हाल फिलहाल में इस बढ़ाने के लिए अच्छे प्रभावी कदम भी उठाये है।
बिज़नेस करने में सबसे ज्यादा मुश्किल आती है बिज़नेस लोन की, और Viral News Club के आज के लेख में ऐसी ही कुछ लोन योजनायें जो बैंक द्वारा संचालित है, उनके बारे में बताते है :

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ‘सेंट कल्याणी योजना‘:
‘सेंट कल्याणी योजना‘ Central Bank of India द्वारा संचालित है, ये महिला उद्यमियों को नए बिज़नेस अथवा मौजूदा बिज़नेस को बिज़नेस लोन प्रदान करता है। इस योजना के अन्तर्गत ऋण सीमा 1 करोड़ है जो की महिला उद्दमी की पात्रता पर निर्भर करती है।
यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है जो अपना कोई छोटा व्यवसाय शुरू करना चाहती है। सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया उन महिलाओं को इसमें लोन देकर सहायता करती है। जानकारी के अनुसार, इस योजना के अंतर्गत लोन में किसी सिक्योरिटी या थर्ड पार्टी गारंटी की जरुरत नहीं होती और इसमें कोई प्रोसेसिंग शुल्क नहीं है। (CGTMS के अंतर्गत जरुरी कवर किया जाता है)

‘भारतीय महिला बैंक‘ की ‘श्रृंगार‘ और ‘अन्नपूर्णा‘ योजना :
TOP BUSINESS LOAN FOR WOMEN : भारतीय महिला बैंक द्वारा महिलाओं उद्द्मियों को दो ऋण विकल्प- ‘बीएमबी श्रृंगार’ और ‘बीएमबी अन्नपूर्णा’ प्रदान किए गए हैं, ‘बीएमबी श्रृंगार’ योजना में उन महिला को लोन दिया जाता है जो ब्यूटी पार्लर, सैलून या स्पा खोलना चाहती है जबकि ‘बीएमबी अन्नपूर्णा’ योजना में फ़ूड कैटरिंग जैसे बिज़नेस के लिए लोन प्रदान करती है।
‘बीएमबी श्रृंगार’ योजना:
इस योजना के अन्तर्गत जो महिला ब्यूटी पार्लर या उससे सम्बंधित काम करना चाहती है अथवा पहले से चल रहे काम को बढ़ाना चाहती है उन्हें लोन सहायता मिल जाती है। यह योजना भी CGTMSE के तहत कवर की जाती है और गारंटी मुक्त है। इसमें ऋण सीमा 20 करोड़ तक की है।
‘बीएमबी अन्नपूर्णा’ योजना :
इस योजना के अन्तर्गत जो महिला खाद्य पदार्थ या उससे सम्बंधित काम करना चाहती है अथवा पहले से चल रहे काम को बढ़ाना चाहती है, उन्हें लोन सहायता दी जाती है। यह योजना भी CGTMSE के तहत कवर की जाती है और गारंटी मुक्त है। इसमें ऋण सीमा 20 करोड़ तक की है।

स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की “स्त्री शक्ति पैकेज”:
TOP BUSINESS LOAN FOR WOMEN : State Bank of India द्वारा ‘एसबीआई स्त्री शक्ति योजना’ का आरंभ महिलाओ को व्यावसायिक रूप आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करने हेतु किया है। जो महिलाओ खुद का व्यवसाय करना या बढ़ाना चाहती है, परन्तु आर्थिक रूप से असमर्थ है। उसे इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की “स्त्री शक्ति पैकेज” योजना के अन्तर्गत कई योजनाये है जिसमे पात्रता 51% महिला स्वामित्व की है। एसबीआई ने इस योजना को मुख्य तौर पर ग्रामीण महिला के सशक्तिकरण के उद्येश्य से पेश कर रखा है। योजना के अन्तर्गत, योजना में पात्र महिलाओ को करीब 25 लाख रुपए तक का बहुत ही कम ब्याज दर पर ऋण दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना:
TOP BUSINESS LOAN FOR WOMEN : Pradhan Mantri Mudra Yojna भारत सरकार द्वारा 2015 में शुरू की गई थी। इस योजना में महिला उद्यमियों को भी सहायता दी जाती है। इस योजना में ऋण 10 लाख तक का दिया जाता है।
मुद्रा लोन योजना में तीन योजनायें होती है : शिशु, किशोर और तरुण। शिशु योजना में ऋण राशी 50 हजार तक दी जाती है जबकि किशोर योजना में 5 लाख और तरुण योजना में 10 लाख तक होती है।
- पात्रता के तौर पर ऋण आवेदक की आयु सीमा 18 से 35 वर्ष के बीच होती है।
- महिला उद्यमियों को ब्याज दर में छुट मिलती है।
- भुगतान के लिए 5 वर्ष की अवधि होती है
- प्रोसेसिंग फीस लोन राशी का आधा प्रतिशत (।5%) होती है।

सिंड महिला शक्ति योजना:
सिंड महिला शक्ति योजना भी महिला उद्यमियों के लिए Syndicate Bank द्वारा पेश की गई है। इस योजना के अन्तर्गत सिंडिकेट बैंक महिला उद्यमियों को व्यवसाय हेतु अथवा विस्तार हेतु ऋण सहायता प्रदान करती है।
इस सिंड महिला शक्ति योजना के तहत महिलाओं 5 करोड़ तक की ऋण सुविधा द्वारा प्रदान कि जाती है।
KBL महिला उद्योग लोन:
TOP BUSINESS LOAN FOR WOMEN : KBL महिला उद्योग लोन Karnataka Bank द्वारा लांच किया हुआ है और ये लोन भी अन्य लोन की तरह महिला द्वारा संचालित व्यवसाय के लिए दिया जाता है। महिलाओं को दिये जाने वाला इस लोन में अधिकतम 10 लाख रु। तक की ऋण राशि दी जाती है।
मुख्य तौर पर अन्य बैंक की तरह इस योजना में भी महिला आवेदक की हिस्सेदारी 51% होनी जरुरी है। भुगतान के लिए 10 वर्ष का समय मिलता है।
पंजाब नेशनल बैंक’ की ‘महिला उद्यम निधी योजना ‘:
‘महिला उद्यम निधि योजना’ ‘पंजाब नेशनल बैंक‘ द्वारा महिलाओं के व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए पेश की हुई है। इस योजना के अंतर्गत ऋण सीमा 10 लाख तक रखी गई है जबकि ऋण वापस चुकाने के लिए 10 साल तक का समय दिया जाता है।
यह योजना भी Punjab National Bank द्वारा महिला के व्यवसायिक सशक्तिकरण के लिए बनाई गई है यानी जो महिलाऐं ब्यूटी पार्लर, कैंटीन या रेस्टोरेंट, नर्सरी, कैफ़े, सर्विस सेंटर जैसे बिज़नेस करना अथवा बढ़ाना चाहती है वो बैंक से जानकारी ले सकती है।

ओरिएंट महिला विकास योजना:
ओरिएंटल बैंक द्वारा लांच ‘ओरिएंट महिला विकास योजना’ भी उन महिलाओं के लिए है जो आर्थिक रूप से सशक्त नहीं है पर उद्यम की इच्छा रखती है अथवा पहले से चल रहे अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ाना चाहती है।
पात्रता के तौर पर महिला आवेदक का व्यवसाय में 51% हिस्सेदारी होनी चाहिए। इस योजना में ऋण भुगतान की अवधि 7 वर्ष है।
निष्कर्ष: इस तरह विभिन्न संसथान द्वारा और भारत सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त करने हेतु कई योजना पेश की हुई है जिसका फायदा और सही उपयोग करके व्यवसायिक रूप से बहुत फायदा लिया जा सकता है। ये ऋण अत्यंत कम ब्याज दर पर दिए जाते है और भुगतान भी आसानी से किया जा सकता है।
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